
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रशांत किशोर की मुहिम ने ज़ोर पकड़ लिया है। जन सुराज के संस्थापक इन दिनों पूरे राज्य में ‘बिहार बदलाव सभा’ कर रहे हैं। इसी सिलसिले में वह किशनगंज जिले के बहादुरगंज प्रखंड पहुंचे, जहां उन्होंने रसल हाई स्कूल मैदान में बड़ी जनसभा को संबोधित किया।
सभा में हजारों लोग मौजूद थे और मंच की कमान संभाली थी जन सुराज के ज़िला अध्यक्ष मुसब्बिर आलम ने, जो आगामी विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी भी हैं।
प्रशांत किशोर का सीधा हमला – ‘दिलीप जायसवाल माफिया हैं’
सभा के बाद मीडिया से बातचीत में प्रशांत किशोर ने सीधे तौर पर भाजपा बिहार प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा:
“दिलीप जायसवाल ने किशनगंज और सीमांचल में एक नेक्सस बना लिया है। ये व्यक्ति माफिया है, जिसने सिख कॉलेजों पर कब्जा कर रखा है और यहां के स्थानीय लोगों पर ज़ुल्म ढा रहा है। भाजपा आंख मूंद कर बैठी है।”
प्रशांत किशोर ने दावा किया कि 10 दिन पहले उन्होंने सवाल उठाए थे लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला।
“18 जुलाई से पहले आएगा कच्चा चिट्ठा – पार्ट 2”
प्रशांत किशोर ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 जुलाई को बिहार दौरे पर आने वाले हैं, और उससे पहले वे दिलीप जायसवाल का दूसरा कच्चा चिट्ठा सामने लाएंगे।
उन्होंने दो टूक कहा:
“मुझे किसी चीज़ का डर नहीं है। अगर जवाब नहीं मिला, तो सच्चाई जनता के सामने लाना ज़रूरी है।”
सभा में सुरक्षा के व्यापक इंतज़ाम
सभा को लेकर बहादुरगंज में सुरक्षा के सख्त इंतज़ाम किए गए थे। हजारों लोगों की भीड़ और PK के तीखे तेवर ने सभा को एक राजनीतिक धमाके में बदल दिया।
क्या सीमांचल बन रहा है PK की सियासत की नई ज़मीन?
प्रशांत किशोर लगातार सीमांचल और उत्तर-पूर्वी बिहार के जिलों का दौरा कर रहे हैं। इस क्षेत्र में उनका ज़ोर साफ है –
-
जमीनी मुद्दे उठाना
-
स्थानीय नेतृत्व को बढ़ावा देना
-
और भाजपा जैसे राष्ट्रीय दलों के खिलाफ खुली चुनौती देना।
आगे क्या?
अब सबकी नजरें 18 जुलाई पर टिकी हैं – जब प्रशांत किशोर अपने वादे के मुताबिक ‘दूसरा बड़ा खुलासा’ करने जा रहे हैं। अगर ऐसा हुआ, तो बिहार चुनाव से पहले भाजपा के लिए ये एक और राजनीतिक चुनौती हो सकती है।\